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जरीना वहाब: संघर्ष से सफलता तक का सफर

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जरीना वहाब का जन्मदिन और संघर्ष

बॉलीवुड के कई सितारों ने अपने करियर में रिजेक्शन का सामना किया है। कुछ ऐसे कलाकार हैं जिन्हें उनके लुक्स के कारण अस्वीकार किया गया, लेकिन उन्होंने फिर भी अपनी पहचान बनाई और आज वे स्टारडम का आनंद ले रहे हैं। आज हम जरीना वहाब की बात कर रहे हैं, जिनकी व्यक्तिगत जिंदगी विवादों से भरी रही है। उन्हें भी कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और फिल्म 'चितचोर' से रातों-रात प्रसिद्धि हासिल की। आज, 17 जुलाई को, जरीना अपना 66वां जन्मदिन मना रही हैं। आइए, इस खास मौके पर उनके जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर नजर डालते हैं।


फिल्मों में रिजेक्शन का सामना

जरीना वहाब को 80 के दशक की खूबसूरत अभिनेत्रियों में गिना जाता है, फिर भी उन्हें अपने लुक्स के कारण कई बार रिजेक्ट किया गया। उन्हें सबसे पहले ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म 'गुड्डी' का प्रस्ताव मिला था, लेकिन बाद में जया बच्चन को कास्ट किया गया। कई अस्वीकृतियों के बाद, उन्हें 'इश्क इश्क इश्क' फिल्म मिली, जिससे उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा, लेकिन इस फिल्म से उन्हें खास पहचान नहीं मिली।


सफलता की सीढ़ी: 'चितचोर'

जरीना को असली पहचान 1975 में आई फिल्म 'चितचोर' से मिली। इस फिल्म में उनकी अदाकारी को दर्शकों ने सराहा और वे एक रात में स्टार बन गईं। यही फिल्म थी जिसने उन्हें बॉलीवुड में स्थापित किया। इसके बाद उन्होंने 'घरौंदा', 'तुम्हारे लिए', 'नैया', 'सावन को आने दो', 'अनपढ़' और 'तड़प' जैसी कई फिल्मों में काम किया। जरीना उन अभिनेत्रियों में से हैं जिन्होंने उम्र के बावजूद बॉलीवुड में काम करना जारी रखा। उन्होंने 'दिल धड़कने दो', 'माय नेम इज खान' और 'दिल मांगे मोर' जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया।


व्यक्तिगत जीवन में विवाद

जरीना का व्यक्तिगत जीवन भी कई उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। 1986 में, उन्होंने बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता आदित्य पंचोली से शादी की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आदित्य पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। उनके बेटे सूरज पंचोली का नाम भी अपनी पूर्व प्रेमिका के आत्महत्या मामले में आया था, लेकिन बाद में उन्हें क्लीन चिट मिल गई। मुश्किल समय में जरीना ने अपने परिवार का साथ मजबूती से दिया।


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